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विजय प्रेमहिईश्वरहै प्रकृति प्रकट यहआकाशनीलानहोता।गरजहांकेप्राणियोंमें अधर्म बुरी बला जुल्म वोक्याकरेगाप्यारभगवानसे आदत अधर्म धर्म जब भी तब दुखता जुदाईमिलान अपने आप पर यकीन करिए जब सफ़र नया साल हँसती जब-जब सफ़र

Hindi जब अधर्म Quotes